THE SMART TRICK OF SIDH KUNJIKA THAT NOBODY IS DISCUSSING

The smart Trick of sidh kunjika That Nobody is Discussing

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देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्

हुं हुं हुङ्काररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

विच्चे चाभयदा नित्यं नमस्ते मन्त्ररूपिणि ॥ ९ ॥

क्लींकारी काल-रूपिण्यै, बीजरूपे नमोऽस्तु ते।।

पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा॥

ओं अस्य श्री कुञ्जिका स्तोत्रमन्त्रस्य सदाशिव ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, श्रीत्रिगुणात्मिका देवता, ओं ऐं बीजं, ओं ह्रीं शक्तिः, ओं क्लीं कीलकम्, मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।

There isn't any ought to recite Kavacham, Argala stotram, Kilakam or Rahasyakam Neither can it be necessary to recite Suktam, Dhyanam, Nyasam and in addition there isn't a really need to worship more info (most of the above are preliminary stotras that need to be recited just before looking through of Devi Mahatmya). These strains point out that If your kunjika stotra is recited, there is absolutely no ought to recite the any Other individuals.

अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.

क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु ।।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.

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